Farrukhabad : जन चौपाल कार्यक्रम सरकार की योजना को दिखाया गया ठेंगा।

पंचायत भवन की जगह स्कूल में कराया गया जन चौपाल कार्यक्रम सरकार की योजना को दिखाया गया ठेंगा।



संवाददाता - अमितेश कश्यप फरूखाबाद



फर्रुखाबाद - उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घर की समस्या घर में समाधान के लिए गांव-गांव में जन चौपाल कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ताजा मामला फर्रुखाबाद जनपद के कमालगंज ब्लाक के ग्राम पंचायत शर्फाबाद का है यहां ग्राम प्रधान द्वारा उच्च प्राथमिक विद्यालय में जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन करा दिया गया जबकि जन चौपाल का आयोजन कराने के लिए सरकार द्वारा लाखों करोड़ो रुपए की लागत से पंचायत भवन बनवाए गए हैं जन चौपाल के आयोजन के लिए और जनता की समस्याओं को सुनने के लिए लेकिन यहां ग्राम पंचायत प्रधान सरकार की प्रमुख योजनाओं को किस कदर पलीता लगा रहे हैं यह आप देख सकते है यह तस्वीर कमालगंज ब्लाक के सर्फाबाद से सामने आई है

इस संबंध में जब जानकारी करने के लिए कमालगंज ब्लाक क्षेत्र के एडीओ पंचायत सुभाष चंद्र से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आज जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन था प्रधान द्वारा उच्च प्राथमिक विद्यालय में जन चौपाल कार्यक्रम सुनने की व्यवस्था कराई गई थी जहां कुल 3 शिकायतें आई हैं एक शौचालय से संबंधित शिकायत थी दूसरी शिकायत आरसीसी सड़क को जल निगम वालों ने तोड़ दिया से संबंधित थी तीसरी शिकायत में इंटरलॉकिंग सड़क बनाने की मांग की गई तीनों शिकायतों को गंभीरता से संज्ञान में लिया गया है सड़क बनाने की मांग को कार्य योजना में डालकर  उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है पंचायत भवन में जगह कम थी इस वजह से पंचायत भवन में जन चौपाल का आयोजन नहीं हो सका प्रधान द्वारा उच्च प्राथमिक विद्यालय शर्फाबाद में टेंट लगाकर पंचायत चौपाल की व्यवस्था कराई गई और वहां पर लोगों की समस्याओं को सुना गया।


क्षेत्र में हो रही चर्चा उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्यों कराई गई जन चौपाल।


क्षेत्र में यह भी चर्चा है कि पंचायत भवन बने होने के बाद भी जन चौपाल का आयोजन उच्च प्राथमिक विद्यालय शर्फाबाद में कराया गया इसको लेकर लोगों में तरह तरह की पोस्ट की है क्या कारण होगा कि विद्यालय की छुट्टी कर दी गई और विद्यालय में जन चौपाल आयोजित कराई गई इस संबंध में जब जानकारी करने के लिए शर्फाबाद उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य से फोन द्वारा संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

Post a Comment

0 Comments